उत्तर पूर्वी क्षेत्र कृषि यंत्र प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान की स्थापना भारत सरकार, कृषि मंत्रालय द्वारा वर्ष 1990 में बिश्वनाथ चरियाली, जिला शोणितपुर, असम में की गई थी। संस्थान में प्रशिक्षण एवं परीक्षण नाम की दो गतिविधियाँ हैं। यह संस्थान कृषि यंत्र के चयन, उपयोग और प्रबंधन पहलुओं में पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। बीआईएस कोड के दिशानिर्देशों के अनुसार विभिन्न कृषि यंत्र/उपकरण/हाथ उपकरण का औपचारिक परीक्षण वर्ष 2001 में शुरू हुआ। अब, यह फार्म मशीनरी के निर्माताओं, किसानों और उपयोगकर्ताओं के लिए गंभीर और मूल्यवान योगदान देता है।
संस्थान ने प्रशिक्षण एवं परीक्षण गतिविधियों को पूरा करने के लिए भवनों, फार्म मशीनरी, अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं के संदर्भ में प्रशिक्षण एवं परीक्षण हेतु बुनियादी ढांचे का विकास किया है। प्रशिक्षित कर्मियों की मांग लगातार बढ़ रही है और यह संस्थान इस क्षेत्र की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रयासरत है।
इस क्षेत्र के लाभार्थियों की आवश्यकता के अनुसार पुनर्गठित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। परीक्षण प्रयोगशाला में ईंधन प्रवाह मीटर के साथ एक डायनमोमीटर भी स्थापित किया गया है ताकि, इस संस्थान में परीक्षण सुविधाओं को मजबूत किया जा सके और कृषि यंत्र की गुणवत्ता और प्रदर्शन सुनिश्चित करके इस क्षेत्र में किसानों और कृषि यंत्र के निर्माताओं के हितों की रक्षा स्थानीय कृषि-जलवायु स्थितियों के अनुसार की जा सके।